सहयोग संस्थान द्वारा संचालित आदर्श भारत पब्लिक स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर “सोशल इंपैक्ट अवार्ड” से दिल्ली में सम्मानित

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आदर्श भारत पब्लिक स्कूल को राष्ट्रीय स्तर पर टॉप 9 स्कूलों में मिला प्रमुखता से स्थान..

गोंदिया : सहयोग संस्थान के अध्यक्ष श्री.जयेशचन्द्र रमन रामादे को प्रतिष्ठित एजुकेशनवर्ल्ड (ईडब्ल्यू) ग्रैंड जूरी इंडिया स्कूल रैंकिंग 2024-25 में ‘सोशल इंपैक्ट’ के रूप में स्थान मिलने पर सम्मानित किया गया। इस श्रेणी में सहयोग संस्थान द्वारा संचालित आदर्श भारत पब्लिक स्कूल को राष्ट्रीय स्तर पर टॉप 9 स्कूलों में प्रमुखता से स्थान दिया गया है। एजुकेशनवर्ल्ड इंडिया स्कूल ग्रैंड जूरी अवार्ड्स 2024-25 उन स्कूलों को सम्मानित करता है जिन्होंने शिक्षा में अभिनव, 21वीं सदी की प्रथाओं को पेश करने के लिए असाधारण प्रयास किए हैं। यह मान्यता EWISR 2024-25 रैंकिंग का हिस्सा है, जो भारत भर में शिक्षा के 8,500 से अधिक विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ क्षेत्रीय साक्षात्कारों पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा व्यापक स्कूल रेटिंग सर्वेक्षण है। यह पुरस्कार समारोह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के लीला एम्बिएंस में आयोजित किया गया था।

सहयोग संस्थान एक सोशल इंटरप्राइजेज – जयेशचन्द्र रमन रामादे ……

सहयोग संस्थान के अध्यक्ष श्री जयेशचन्द्र रमन रामादे ने कहा कि सहयोग संस्थान – एक सामाजिक उद्यम है।
सहयोग संस्थान सामाजिक विकास के लिए प्रयासरत एक सोच है। संस्थान मुख्य रूप से बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत रह कर ‘पे बैक टू सोसाइटी’ के अवधारणा पर काम करती है। इसका आदर्श वाक्य इस बात में निहित है कि जिस देश में हमारा जन्म हुआ है, जिस देश में हम पले-बढ़े हैं और शिक्षा के माध्यम से उन्नति की, आज हमारे पास जो भी सुविधाएं हैं, चाहे वह शिक्षा हो, सड़कें हों, अच्छी प्रशासनिक सुविधाएं हों और सभी बुनियादी सेवाएं हों वह आम लोगों द्वारा भुगतान किए गए करों के कारण संभव हैं, इसके लिए हम सभी आम लोगों के ऋणी हैं। सहयोग संस्थान का उद्देश्य सभी मध्यम वर्ग, ग्रामीण, विशेषकर महिलाओं को जागरूक कर उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना, उनकी आय के स्रोतों को बढ़ाना और उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों में सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। संस्थान भारतीय संविधान के प्रति आस्था रखते हुए कमजोर वर्गों, किसानों, बच्चों एवं युवाओं को सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाकर राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है।

आदर्श भारत पब्लिक स्कूल:

वर्तमान परिदृश्य में शिक्षा का बड़े पैमाने पर बाजारीकरण हो रहा है, जहां आम ग्रामीण अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का सपना नहीं देख सकते। सामान्य, मध्यम वर्ग, खाताधारकों और स्वयंसेवकों के बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए समूह द्वारा सीबीएसई बोर्ड के तहत गोंदिया, कुडवा, तिरोड़ा, देवरी और गोरेगांव में स्कूल शुरू किए गए हैं। यह लोअर किंडरगार्टन से 12वीं तक की शिक्षा प्रदान करता है, जिसके अंतर्गत न्यूनतम ट्यूशन फीस के साथ उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसलिए, सहयोग समूह के स्कूल अब मध्यम वर्ग और ग्रामीण लोगों के लिए आशा की किरण बन रहे हैं।

आदर्श भारत मिशन

सहयोग संस्थान का मिशन शिक्षा से वंचित हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करना है। हमने हर बच्चे तक शिक्षा पहुँचाने के लिए आदर्श भारत मिशन की शुरुआत की है। इसके लिए एक संगठित प्रणाली बनाई गई है, जो ऐसे बच्चों की पहचान करने, उन्हें जोड़ने, उनका मूल्यांकन करने, मार्गदर्शन करने, योजना बनाने और उन्हें नियमित शिक्षा प्रणाली (एबीपीएस और सरकारी स्कूलों सहित) में एकीकृत करने का काम कर रही है। हम गाँवों में रीडिंग सेंटर के साथ छोटी-छोटी लाइब्रेरी शुरू करके हर बच्चे तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। हम आदर्श भारत मिशन को स्वतंत्र एजेंडे के रूप में विभिन्न योजनाओं को भी शामिल करेंगे और लागू करेंगे।

पर्यावरण को बचाने और संरक्षित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ

आदर्श भारत पब्लिक स्कूल ने पर्यावरण को बचाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम किया है। सहयोग संजीवनी अभियान के माध्यम से हर साल हजारों पेड़ लगाए जाते हैं। वृक्षारोपण और वन संरक्षण कार्यक्रम के तहत संस्थान ने पीला पलाश बचाओ अभियान चलाया, जिसके तहत जिला मजिस्ट्रेट और वन विभाग को अनुरोध पत्र दिए गए और पलाश के बीज बोकर कई पेड़ लगाए गए।

झिरो डोमिनन्स पॉलिसी-

भारतीय संविधान के मूल सिद्धांत के अनुसार, समूह के सभी तत्वों के बीच एक संतुलित और समावेशी कार्य वातावरण सुनिश्चित करना, जहां सभी कर्मचारी और हितधारक निर्णय लेने की प्रक्रिया में निष्पक्ष रूप से भाग ले सकें।

उडान सामाजिक स्तर पर महिलाओं का सशक्त समूह
आदर्श भारत पब्लिक स्कूल के कर्मचारियोंने उडान-ड्रीम बिग-फ्लाई हाई सहयोग संस्थान की महिला कर्मचारियों द्वारा बनाई गई “उड़ान” के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर कार्य किया जिनका मुख्य उद्देश्य “पे-बैक टू सोसाइटी” की अवधारणा के तहत समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना और जरूरतमंदों की मदद करना है। स्कूल वृद्धाश्रमों, मानसिक एवं शारीरिक रूप से विकलांग स्कूलों, अनाथालयों, जिला परिषद स्कूलों में जरूरतमंदों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

उन्होंने आवाहन किया की इस तरह की गतिविधियों का नेतृत्व करने का हम हर स्तर पर संकल्प लें, सहयोग समूह हमेशा ऐसे कामो को शुरू करने और निष्पादित करने के लिए अग्रणी होता है। हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में भी हमारे सहयोगी हर स्तर पर अपनी कर्तव्य परायणता के इस उच्चतर मापदण्डौको बनाए रखते हुए पे-बैक-टु-सोसाइटी के तहत सहयोग की छवि को उज्जवल बनाए रखेंगे। इस समय उन्होंने एजुकेशनवर्ल्ड (ईडब्ल्यू) ग्रैंड जूरी इंडिया और सभी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने हमारी निष्ठा पर विश्वास कर हमें इस दिशा में प्रेरित किया तथा यह अवार्ड का श्रेय उन्होंने अपनी टीम को दिया.

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